उत्तर कोरिया ने अपनी नई इंटर कॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल ह्वॉसॉन्ग-18 का सफल परीक्षण किया है. टेस्ट में मिसाइल ने सभी मानकों को पूरा किया है. मिसाइल लॉन्च के समय उत्तर कोरिया का शासक किम जोंग उन मौजूद था. वह इसकी सफल लॉन्चिंग से बेहद खुश दिखाई दे रहा था.
उत्तर कोरिया का दावा है कि ये मिसाइल 6518 किमी की ऊंचाई तक गई थी. इस दौरान उसने 1002 किमी की दूरी तय की थी. इसके बाद वह समंदर में एक खाली जगह पर बनाए गए टारगेट को हिट कर गई.
ह्वॉसॉन्ग-18 (Hwasong-18) मिसाइल तीन स्टेज की मिसाइल है.ये उत्तर कोरिया की पहली सॉलिड फ्यूल वाली मिसाइल है, जिसे उत्तर कोरिया ने ही बनाया है. 13 अप्रैल 2023 को ही इसकी पहली उड़ान की खबर आई थी.
किम जोंग अब तक कितनी मिसाइलें बनवा चुका है इसके बारे में कोई नहीं जानता, लेकिन इस मिसाइल की रेंज बहुत ज्यादा है. 55 से 60 टन वजनी इस मिसाइल की लंबाई 25 मीटर है. ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
MIRV का मतलब है मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल. यानी एक ही मिसाइल से कई टारगेट पर निशाना लगाना. इस मिसाइल में सवा से लेकर डेढ़ टन वजनी हथियार को लगाया जा सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी रेंज 15 हजार किलोमीटर है.
ये मिसाइल अधिकतम 6648 किलोमीटर की सीधी ऊंचाई तक जा सकती है. यह मैक 25 यानी 30600km/hr की स्पीड में टारगेट की तरफ बढ़ती है. इस गति से तो यह आधे घंटे से कम समय में अमेरिका तक पहुंच जाएगी.
उत्तर कोरिया से अमेरिका की हवाई दूरी मात्र सवा दस हजार किलोमीटर ही है. यानी और भी कम समय में ये मिसाइल अमेरिका तक पहुंच जाएगी.
इस मिसाइल को 9 एक्सल वाले ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर से दागा जाता है. 18 दिसंबर 2023 की टेस्टिंग को लेकर अब तक इसके कुल तीन टेस्ट हुए हैं.
पहला टेस्ट 13 अप्रेल 2023 को हुआ था और दूसरा 12 जुलाई 2023 को हुआ था. तीनों ही टेस्टिंग सफल रही है. तीसरे टेस्ट में तो इस मिसाइल ने 73 मिनट की तक उड़ान भरी थी. उसके बाद टारगेट को हिट किया था.