6 Dec 2024
1971 की जंग में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले MiG-21 फाइटर जेट के 60 के कैरियर में 400 क्रैश हुए.
क्रैश की वजह से 200 एयरफोर्स फाइटर्स की जान गई. करीब 60 आम नागरिक मारे गए.
इसलिए इसे 'द फ्लाइंग कॉफिन' कहा जाने लगा. वायुसेना और सरकार इस कोल्ड वॉर काल के फाइटर जेट को हटाना चाहती है.
MiG-21 की जगह Tejas-Mk1A फाइटर जेट्स की फ्लीट तैयार होनी है. लेकिन इसके उत्पादन में देरी हो रही है.
इस देरी के कारण दिसंबर 2025 तक भी भारतीय वायुसेना का सबसे दमदार और विवादित फाइटर जेट MiG-21 की फ्लीट को पूरी तरह से हटा पाना संभव नहीं लग रहा है.
वायुसेना इस साल बीकानेर के नाल एयरबेस पर तेजस-एमके1ए फाइटर जेट का पहला स्क्वॉड्रन बनाना चाहती थी. यहीं पर मिग-21 बाइसन फाइटर जेट का स्क्वॉड्रन है.