हमला, जासूसी या अंतरिक्ष में पहुंचाना हो सामान... काम आएगा पुष्पक विमान

23 March 2024

Credit: @isro

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने  22 मार्च 2024 की सुबह अपने रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल (Reusable Launch Vehicle) की लैंडिंग का सफल परीक्षण किया.

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इसका नाम पुष्पक है. लैंडिंग आंध्र प्रदेश के चित्रदुर्ग चल्लाकेरे में की गई.पुष्पक खास तरह का स्पेस शटल है. जो अंतरिक्ष में सैटेलाइट्स और कार्गो ले जाने का काम करेगा.

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पुष्पक पूरी तरह से स्वदेशी है. कुछ साल में हमारे एस्ट्रोनॉट्स इसके बड़े वर्जन में कार्गो डालकर अंतरिक्ष तक पहुंचा सकते हैं. या फिर इससे सैटेलाइट लॉन्च कर सकते हैं.

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यह सैटेलाइट को अंतरिक्ष में छोड़कर वापस आएगा. ताकि फिर से उड़ान भर सके. इतना ही नहीं इसके जरिए किसी भी देश के ऊपर जासूसी या हमला करवा सकते हैं.

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इसका इस्तेमाल अंतरिक्ष में कचरा साफ करने और सैटेलाइट्स की मरम्मत के लिए भी किया जा सकता है.

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पुष्पक से बिजली ग्रिड उड़ाना या फिर कंप्यूटर सिस्टम को नष्ट करना जैसे काम भी किए जा सकते हैं. इसरो का मकसद है कि साल 2030 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए. ताकि बार-बार रॉकेट बनाने का खर्च बचे. 

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