25 Dec 2024
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रूस की नई इंटरमीडियट रेंज की हाइपरसोनिक मल्टीवॉरहेड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल ओरेश्निक की सटीकता और मारक क्षमता को लेकर पूरी दुनिया में सुगबुगाहट है.
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अमेरिकी मिसाइल एक्सपर्ट थियोडोर पोस्टल ने कहा था कि रूस की ओरेश्निक मिसाइल को रोकना या ट्रैक करना किसी के बस की बात नहीं है. इस मिसाइल को काउंटर करने की तो बात ही छोड़ दो.
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अब नेशनल डिफेंस मैगजीन के एडिटर-इन-चीफ और मिलिट्री एनालिस्ट इगोर कोरोचेंको ने भी कहा कि दुश्मन की जासूसी सैटेलाइट्स भी रूस की इस मिसाइल को ट्रैक नहीं कर सकते.
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ओरेश्निक को मोबाइल ग्राउंड मिसाइल लॉन्च सिस्टम से दागा जाता है. इसलिए दुनिया की कोई भी जासूसी सैटेलाइट एक ही लोकेशन के आधार पर इसकी लॉन्चिंग को ट्रैक नहीं कर सकती.
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इसका हर वॉरहेड यानी हथियार दुश्मन की मिसाइल को धोखा देकर टारगेट की तरफ बढ़ सकता है. यानी टारगेट को तो हर हाल में तबाह होना है.
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कुछ ही दिन पहले पुतिन ने कहा था कि यह मिसाइल टारगेट की तरफ मैक 10 यानी 11 हजार km/hr से ज्यादा की स्पीड में हमला करती है.
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