07 Oct 2024
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विश्व भर में चल रही जंग में कई मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा रहा है. चाहे वो ईरान का इजरायल पर हमला हो या रूस-यूक्रेन पर मिसाइल गिरा रहा हो. पर मिसाइलों में हथियार कहां होता है या सिर्फ बारूद भरा रहता है.
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हाल ही में ईरान की एक मिसाइल का टूटा हुआ पिछला हिस्सा एक आदमी पर गिर पड़ा. वह मिसाइल के वजन और गति से मर गया. क्योंकि वहां कोई विस्फोट ही नहीं हुआ.
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इसका मतलब ये है कि पूरे मिसाइल में बारूद तो होता नहीं. कुछ न कुछ तकनीक होगी. नेविगेशन सिस्टम होगा. हथियार कहीं रखा जाता होगा.
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यानी सबसे ऊपरी हिस्सा जिसमें हथियार रखते हैं. इसे वॉरहेड सेक्शन भी कहते हैं. इसमें पेलोड, गाइडेंस सिस्टम, फ्यूजिंग मैकेनिज्म रहता है. वॉरहेड यानी हथियार. सिंगल या कई हथियारों वाला MIRV लोड.
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हथियार को टारगेट बताने के लिए गाइडेंस सिस्टम और टकराने पर विस्फोट होगा या नजदीक जाने पर, इसके लिए फ्यूजिंग मैकेनिज्म होता है.
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इसमें मिसाइल का गाइडेंस सिस्टम, नेविगेशन सिस्टम और कंट्रोल सिस्टम होता है. जो मिसाइल को सही दिशा और दशा देता है. इससे ही सेनाएं मिसाइलों को सही जगह पहुंचाती हैं.
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इसमें फ्यूल रखा जाता है. प्रोपेलेंट और ऑक्सीडाइजर. जो आपस में मिलकर उसे टारगेट तक जाने की ऊर्जा देते हैं. यही फ्यूल मिसाइल के निचले हिस्से में लगे रॉकेट मोटर तक जाता है.
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रॉकेट मोटर का काम है मिसाइल को थ्रस्ट देना. यानी आगे बढ़ने की ताकत. ऊर्जा. ऊंचाई. रॉकेट मोटर फ्यूल के हिसाब से डिसाइड होता है. सॉलिड रॉकेट मोटर होगा या लिक्विड फ्यूल मोटर होगा.
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ऐसा सिस्टम जो मिसाइल के नीचे लगे नॉजल को एडजस्ट करता है, घुमाता है. ताकि मिसाइल दाएं-बाएं घूम सकें. उसकी ट्रैजेक्टरी यानी पाथ सही से तय की जाती है.
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