By: Aajtak Education
'बड़े नसीब वाले होते हैं वो लोग जिन्हें 2 जून की रोटी नसीब होती है.' ये कहावत आपने अक्सर अपने घर परिवार में, अपने बड़े बुजुर्गों से सुनी होगी.
कैलेंडर में 02 जून आते ही इसे लेकर मीम्स की बाढ़ आ जाती है और लोग मजेदार पोस्ट शेयर करने लगते हैं. मगर बता दें कि इसका जून महीने की 2 तारीख से कोई ताल्लुक नहीं है.
वास्तव में, अवधि भाषा में जून का अर्थ सयम या टाइम होता है. कहावत का मतलब है कि दिन में 2 समय रोटी बड़ी मुश्किल से मिलती है.
यह सच है कि जीवन की सबसे बड़ी जद्दोजहद पेट भरने की ही है. ऐसे में गरीबी की मार झेल रहे लोगों के लिए दिन में 2 बार भरपेट खाना मिलना बड़ा मुश्किल है.
इसीलिए कहा जाता है कि बड़ी मेहनत से रोटी कमाई जाती है ताकि परिवार 2 जून भरपेट खा तो सके.
सरकारें कई दशकों से गरीबी हटाने की योजनाएं लेकर आ रही है मगर आज भी लाखों लोग हमारे देश में ऐसे हैं जिन्हें 2 जून की रोटी नसीब नहीं है.