विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC NET) है, जिसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है. इस परीक्षा में क्वालीफाई होने के कई फायदे हैं. आइये जानते हैं-
NET JRF के बाद पीएचडी में दाखिला लेकर आप पांच साल की अवधि के लिए फेलोशिप पा सकते हैं.
यूजीसी नेट परीक्षा पास करने के बाद विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर या प्रोफेसर या किसी बड़े संस्थान से पढ़ाने के लिए एलिजिबल होते हैं.
टीचिंग के अलावा ट्रांसमिशन एग्जीक्यूटिव, प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव, आईपी लीड, कंसल्टेंट, सेंटर मैनेजर, लैब ट्रेनर, गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर और ऑनलाइन या ऑफलाइन कोचिंग ट्यूटर आदि करियर ऑप्शन चुन सकते हैं.
JRF का फुल फॉर्म जूनियर रिसर्च फेलोशिप है, इस परीक्षा में सेलेक्ट होने के बाद किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी या इसके अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थानों से रिसर्च पीएचडी कर सकते हैं.
जूनियर रिसर्च फेलोशिप की योग्यता रखने वाले कैंडिडेट्स को मेरिट के हिसाब से सेंट्रल यूनिवर्सिटी या IIT, IIM या इंडिया के किसी इंस्टीट्यूट में फेलोशिप मिल सकती है.
IOCL, BHEL, NTPC, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, NMRL, ONCG समेत ऐसे कई संस्थान हैं जो कुछ पदों पर नियुक्ति के लिए UGC NET परीक्षा स्कोर पर विचार करते हैं और लाखों में सालाना सैलरी पैकेज मिलता है.
जेआरएफ ऑफर के लिए एलिजिबिलिटी पास करने वालों को दो फायदे होते हैं- पहला परमानेंट जॉब और दूसरा डॉक्टरेट की उपाधि मिलती है.
आप किसी भी कॉर्पोरेट कंपनी में रिसर्च का काम कर सकते हैं. बड़े कैंपस की प्लेसमेंट सेल जेआरएफ कैंडिडेट को वरीयता देती हैं.
देश में कुछ ऐसे संगठन या कंपनी हैं जो रिसर्च के लिए जेआरएफ क्वालिफाइड लोगों की नियुक्ति करते हैं.