भारत के वो विश्वविद्यलय, जिन्हें मिला है अल्पसंख्यक का दर्जा

08 Nov 2024

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसख्यंक दर्जे पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है.

कोर्ट ने कहा है कि यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे को नए सिरे से तय करने के लिए तीन जजों की एक समिति गठित की गई है. कोर्ट ने 4-3 के बहुमत से यह फैसला सुनाया है. 

ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत के कितने मुस्लिम विश्वविद्यलय हैं जिन्हें अल्पसंख्यकों का दर्जा मिला हुआ है.

राजधानी दिल्ली में स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसे अल्पसंख्य समुदाय के लिए स्थापित किया गया था.

जामिया की स्थापना वर्ष 1920 में की गई थी. इसे वर्ष 1988 में केंद्रीय विश्वविद्यालय बना दिया गया और साल 2011 में इसे अल्पसंख्यक का दर्जा मिला था.

तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में स्थित एक मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है. इस यूनिवर्सिटी को भी अल्पसंख्यक का दर्जा मिला हुआ है.

आलिया विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल 1869 में स्थापित किया गया था. यह पश्चिम बंगाल में मुस्लिम शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र है.  

इसे अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त है और यह शासन के एक स्वायत्त मॉडल के तहत संचालित होता है.

बीएस अब्दुर रहमान क्रिसेंट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत के तमिलनाडु में स्थित एक निजी डीम्ड यूनिवर्सिटी है.

यह विश्वविद्यालय मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लिए तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था.

जामिया हमदर्द, नई दिल्ली आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में शिक्षा और अनुसंधान के लिए जाना जाता है. इसे मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लिए स्थापित किया गया था.

अल्पसंख्यक समुदाय की लिस्ट में इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, J&K, खाजा बंदनवाज यूनिवर्सिटी, कर्नाटक, मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी, जोधपुर भी शामिल हैं.