भारत के 11वें राष्ट्रपति और साइंटिस्ट अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) की आज 15 अक्टूबर को 92वीं जयंती है.
एपीजे अब्दुल कलाम एक महान विचारक, लेखक और वैज्ञानिक थे, जिन्हें मिसाइलमैन भी कहा जाता है. देश के लिए उनका योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता.
उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था और 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देते समय कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था.
कलाम साहब की जयंती को छात्र दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है. वे छात्रों, करोड़ों युवाओं के लिए मिसाल हैं. आइये पढ़ें डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार, जो युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं.
"इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता हैं, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं."
"मुझे पूरा यकीन है कि जब तक किसी ने नाकामयाबी की कड़वी गोली न चखी हो, वो कायमाबी के लिए पर्याप्त महत्वाकांक्षा नहीं रख सकता."
"आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं. निश्चित रूप से आपकी आदतें आपका भविष्य बदल देंगी."
"एक महान लक्ष्य बनाया जाए, ज्ञान अर्जित किया जाए, कड़ी मेहनत की जाए, और दृढ़ रहा जाए."
"जीवन एक कठिन खेल है. आप एक व्यक्ति होने के अपने जन्मसिद्ध अधिकार को बनाये रखकर इसे जीत सकते हैं."
"युवाओं को मेरा संदेश है कि अलग तरीके से सोचें, कुछ नया करने का प्रयत्न करें, अपना रास्ता खुद बनायें, असंभव को हासिल करें."
"यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा."
"शिखर पर पहुंचने के लिए सामर्थ्य चाहिए. फिर वो चाहे माउंट एवेरेस्ट का शिखर हो या आपके करियर का."
"अगर आप असफल होते हैं, तो कभी हार न मानें क्योंकि F.A.I.L. का अर्थ है 'First Attempt In Learning' है"