एप्टीट्यूड टेस्ट पास करना होगा आसान, देखें ये 10 टिप्स
By: Aajtak Education
02 अप्रैल 2023
आमतौर पर किसी भी नौकरी के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट देना होता है. एप्टीट्यूड टेस्ट का मकसद उम्मीदवार का टैलेंट पहचानना होता है. इसे साइकोमेट्रिक टेस्ट भी कहते हैं. ये फिजिकल और मेंटल दोनों हो सकता है.
क्या है एप्टीट्यूड टेस्ट?
अगर आप एप्टीट्यूट टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं तो पिछले साल के पुराने प्रश्नपत्र जरूर सॉल्व करें. इससे ना सिर्फ आपकी प्रैक्टिस होगी बल्कि स्पीड भी बढ़ेगी. प्रैक्टिस करते वक्त समय सीमा का ध्यान रखें.
1. पुराने प्रश्नपत्र हल करें
पूराने क्वेश्चन पेपर्स से प्रैक्टिस करने के कुछ दिनों बाद मॉक टेस्ट पेपर को सॉल्व करना शुरू करें. इससे आप अपने टाइम मैनेजमेंट स्किल को डेलवप कर सकेंगे.
2. टाइम मैनेजमेंट
अगर आप कंप्यूटराइजड एप्टीट्यूड टेस्ट दे रहे हैं तो सबसे पहले शुरू के पांच क्वेश्चन को ध्यान से सॉल्व करें. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि कंप्यूटराइजड टेस्ट में शुरू के पांच क्वेश्चन काफी टफ होते हैं.
3. पहले पांच सवालों पर फोकस करें
अक्सर ऐसा देखा गया है कि एप्टीट्यूड टेस्ट में वर्ड्स और फ्रेजेज घुमाकर दिए जाते हैं. ऐसे में आंसर मार्क करने में जल्दबाजी न करें. सवाल को अच्छे से समझें तभी जवाब दें.
4. आंसर से पहले सवाल समझें
अगर किसी क्वेश्चन में कंफ्यूजन हो तो फाइनल आंसर मार्क करने से पहले कम से कम दो बार जरूर चेक कर लें.
5. आंसर को डबल चेक करें
अगर आप सारे एप्टीट्यूड क्वेश्चन सॉल्व नहीं करते हैं तो सही जवाब देने के बावजूद आपके ओवरऑल स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में सभी सवालों के जवाब जरूर से जरूर दें.
6. सभी सवालों के जवाब दें
एप्टीट्यूड टेस्ट में दो केस देखे गए हैं. पहला ब्लैंक आंसर देने पर निगेटिव मार्क्स और दूसरा गलत आंसर देने पर निगेटिव मार्क्स. ऐसे में क्वेश्चन पेपर को ध्यान से पढ़ें और निगेटिव मार्किंग से बचें.
7. निगेटिव मार्किंग से बचें
क्वेश्चन पेपर को सीक्वेंस में सॉल्व करने से बचें. हल्के सवालों को पहले सॉल्व करें, इससे न सिर्फ आपका टाइम बचेगा बल्कि कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा.
8. सीक्वेंस में क्वेश्न सॉल्व न करें
एग्जाम में अच्छी परफॉर्मेंस देने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने स्वास्थ्य को हल्के में न लें. एग्जाम के एक दिन पहले 8 घंटे की नींद लें और हेल्दी खाना खाएं.
9. एग्जाम से पहले खुद का ध्यान रखें
किसी भी टेस्ट को क्लियर करने से पहले उस एग्जाम से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी के बारे में पता करें और डिटेल्स जमा करें.