सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सरकारी स्कूलों में प्राइमरी टीचर बनने के लिए BEd कोर्स मानक नहीं रहा. अब बीएड की जगह ITEP प्रोग्राम ले सकता है. जानिए क्या है ITEP?
दरअसल, नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) नाम दिया गया है.
यह कोर्स शिक्षकों को NEP 2020 के तहत नए स्कूल की 4 स्टेज बुनियादी, प्रारंभिक, मध्य और माध्यमिक (5+3+3+4) के लिए तैयार करेगा.
अगले सेशन से ही ज्यादातर BEd कॉलेजों में ITEP कोर्स का ऑप्शन शुरू हो सकता है.
साल 2030 से चार वर्षीय बीएड या चार-वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) डिग्री को अनिवार्य करने की तैयारी है.
इस कोर्स में दाखिले के लिए NTA नेशनल कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (NCET) आयोजित करेगा जिसकी मेरिट के आधार पर दाखिला मिलेगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने सत्र 2024-25 से 4 वर्षीय ITEP के पायलट प्रोजेक्ट में एडमिशन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं. उम्मीदवार itep.uod.ac.in के जरिये 20 अक्टूबर 2023 तक आवेदन कर सकते हैं.
कोर्स को आठ सेमेस्टर में बांटा गया है और यह डुअल मेजर बैचलर डिग्री प्रदान करेगा. एक प्रमुख शिक्षा में है, और दूसरा नॉलेज के डिसिप्लिनरी या इंटर डिसिप्लिनरी फील्ड में.
साल 2030 के बाद ITEP कोर्स के जरिये ही शिक्षक भर्तियों को पूरा किया जाएगा. ये कोर्स योग्यता में शामिल होगा.
इस इंटीग्रेटेड कोर्स से छात्रों को फायदा होगा क्योंकि वे मौजूदा बी.एड. 5 वर्षों वाले प्लान के बजाय 4 वर्षों में कोर्स पूरा करके एक साल बचाएंगे.