नई शिक्षा नीति 2020 के तहत नए पाठ्यक्रमों पर जोर दिया जा रहा है, जिनमें से एक ITEP भी है. काफी उम्मीदवार अब B.Ed या ITEP को लेकर कन्फ्यूजन हैं.
दरअसल, 12वीं के बाद स्कूल टीचर बनने के अब दो नहीं बल्कि तीन रास्ते तैयार हो गए हैं.
पहला- 12वीं के बाद 2 साल का डीएलएड यानी डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन कोर्स, जो प्राइमरी स्कूल टीचर बनने के लिए जरूरी है.
दूसरा- 12वीं के बाद ग्रेजुएशन डिग्री और फिर बीएड यानी बैचलर इन एजुकेशन जिसे B.A B.Ed भी कहते हैं.
तीसरा- ITEP यानी इंटिग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम कोर्स. यह NEP 2020 के तहत 12वीं के बाद शुरू किया गया ग्रेजुएशन + बीएड डिग्री 4 वर्षीय कोर्स है. इसमें अलग से ग्रेजुएशन की जरूरत नहीं है.
अब कन्फ्यूजन है कि क्या ITEP के बाद B.Ed खत्म हो जाएगा? ऐसा नहीं है, NEP 2020 के तहत ITEP पर जोर जरूर दिया जाएगा, लेकिन बीएड खत्म नहीं होगा. इसे अभी पायलट प्रोजेक्ट तौर पर शुरू किया जा रहा है.
हालांकि अनुमान है कि एनईपी के अंतगर्त फाउंडेशन और प्रेपरेटरी स्टेज (5वीं तक) के लिए डीएलएड और मिडिल और सेकेंडरी स्टेज के लिए बीएड या आईटीईपी जरूरी होगा.