21 Sept 2024
इन दिनों तिरुपति बालाजी का प्रसादम लड्डू चर्चा में है. जांच के बाद लड्डू में गोमांस और मछली के तेल की मिलावट के खुलासे से हर कोई हैरान है.
जांच पाया गया है कि तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी. इस खुलासे के बाद दुनियाभर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंची है.
आपको बता दें कि कई साल पहले महाराष्ट्र, अहमदनगर साईं बाबा तीर्थस्थान शिरडी में भी ऐसा ही मामला सामने आया था.
साल 2012 में शिरडी साईं बाबा के मंदिर में मिलने वाले प्रसाद में मिलावट का आरोप लगा था.
उस समय भी तिरुपति बालाजी की तरह कई श्रद्धालुओं ने शिरडी में प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे.
आरोप लगाया था कि मंदिर में प्रसाद के रूप में जो लड्डू मिलता है, उसमें मिलावट है.
कुछ श्रद्धालुओं ने कहा था कि लड्डू की क्वालिटी बेहद खराब है, यहां तक कि कुछ ने लड्डू से बदबू आने का भी आरोप लगाया था.
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, भक्तों का कहना था कि लड्डू के स्वाद में कड़वापन है.
शिकायत मिलने के बाद फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने साईं बाबा मंदिर की रसोई पर छापा मारा और घी के सैंपल लिए थे.
हालांकि जांच में क्या निकला इसके बारे में कभी पता नहीं चल सका, लेकिन उस समय 8.15 लाख रुपये के 6796 किलोग्राम लड्डुओं को नष्ट कर दिया था.