होटल मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की मांग पहले के मुकाबले काफी बड़ी है. देश-विदेश में बढ़ती होटलों की संख्या के साथ इसकी मांग आगे भी बढ़ेगी.
होटल मैनेजमेंट की नौकरियों में फूड एंड बेवरीज सर्विस, फ्रंट ऑफिस संचालन, सेल्स एंड मार्केटिंग और अकाउंटिंग जैसे स्किल के कई काम शामिल हैं.
भारत में कई सरकारी कॉलेज और निजी संस्थान होटल मैनेजमेंट विषय में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कराया जाता है.
होटल मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको कम से कम 12वीं पास होना चाहिए.
कोर्स की लागत और अवधि के आधार पर कोई सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कोर्स चुन सकते हैं.
सर्टिफिकेट कोर्स छह महीने से एक साल की अवधि का होता है, डिप्लोमा 2 साल का और डिग्री कोर्स 3 साल का होता है.
होटल मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन के लिए हर साल एंट्रेंस टेस्ट होता है जिसमें अंग्रेजी, रीजनिंग, सामान्य विज्ञान और सामान्य ज्ञान में MCQ सवाल आते हैं.
टेस्ट के बाद पर्सनैलिटी और योग्यता का आकलन करने के लिए एक ग्रुप डिस्कशन या पर्सनल इंटरव्यू भी होता है.
एयरलाइन केटरिंग और केबिन सर्विस, क्लब मैनेजमेंट, क्रूज शिप होटल मैनेजमेंट, अस्पताल एडमिनिस्ट्रेशन और केटरिंग, होटल एंड टूरिज्म एसोससिएशन, भारतीय नौसेना में हॉस्पिटैलिटी सर्विस, MNC कंपनियां आदि
यहां मिलती है नौकरी
होटल मैनेजमेंट ग्रेजुएट का एंट्री लेवल की सैलरी करीब 7000 रुपये से 10,000 रुपये तक हो सकती है. इस क्षेत्र में बढ़ते अनुभव के साथ सैलरी भी बढ़ती है.