02 Feb 2024
झारखंड में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हेमंत सोरेन की जगह चंपई सोरेन नए मुख्यमंत्री बनेंगे.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की आशंका के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना है.
चंपई सोरेन अभी हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और सोरेन परिवार के बेहद करीबी माने जाते हैं. उनके पास परिवहन, आदिवासी कल्याण जैसे मंत्रालय है.
चंपई सोरेन सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं. उनका पिता का नाम सिमल सोरेन है, जो एक किसान थे.
किसान परिवार से आने वाले चंपई सोरेन ने सरकारी स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद वे बहुत कम उम्र में आंदोलन में शामिल हो गए थे.
उन्होंने झारखंड राज्य आंदोलन के दौरान लंबी लड़ाई लड़ी थी. झारखंड टाइगर नाम से मशहूर चंपई सोरेन की गिनती बेहद ईमानदार नेता में होती रही है.
चंपई सोरेन पहली बार साल 1991 में विधायक बने थे. 1991 में उन्होंने निर्दलीय जीत दर्ज की थी बाद में वो जेएमएम में शामिल हो गए.
साल 2000 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था लेकिन 2005 के बाद से वो लगातार जीतते रहे हैं. पहली बार बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन की सरकार में वो मंत्री बने थे.
बाद में वो हेमंत सोरेन के पहले कार्यकाल में भी मंत्री बने. साल 2019 के चुनाव में कोल्हान क्षेत्र में जेएमएम की अच्छी जीत में भी उनका बड़ा योगदान माना जाता है.