छत्रपति शिवाजी महाराज के वो 7 युद्ध, जब दुश्मनों पर टूट पड़े वीर मराठा

03 April 2024

एक योद्धा और एक मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की आज 344वीं पुण्य तिथि है. महज 50 वर्ष के जीवन में उन्होंने जो भी किया वो इतिहास में दर्ज हो गया.

वीर मराठा छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने जीवनकाल में कई बार दुश्मनों पर कहर बरपाया था. उनमें से 7 युद्ध इस प्रकार हैं-

10 नवंबर, 1659 को मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और आदिलशाही सेनापति अफजल खान की सेनाओं के बीच भारत के महाराष्ट्र के सतारा शहर के पास प्रतापगढ़ के किले में लड़ा गया था. इस युद्ध में शिवाजी को जीत और अफजल को मौत मिली थी. 

1. प्रतापगढ़ी की लड़ाई

ये युद्ध 28 दिसंबर, 1659 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर के पास मराठा छत्रपति शिवाजी और आदिलशाही सेनाओं के बीच लड़ा गया था. कहा जाता है जीत के बाद शिवाजी ने ही किले का नाम बदलकर विशालगढ़ कर दिया था.

2. कोल्हापुर की लड़ाई

13 जुलाई, 1660 को, मराठा सरदार बाजी प्रभु देशपांडे और आदिलशाह के सिद्दी मसूद के बीच, भारत के महाराष्ट्र, कोल्हापुर शहर के पास, विशालगढ़ किले के आसपास एक पहाड़ी दर्रे पर यह तीसरा युद्ध लड़ा गया.

3. पावनखिंड की लड़ाई

यह युद्ध सन 1660 में मराठा साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के बीच लड़ा गया था. औरंगजेब ने शाइस्ता खान को शिवाजी पर हमला करने का हुक्म दिया लेकिन शिवाजी ने शाइस्ता की सेना को पराजित किया.

4 चाकण की लड़ाई

30,000 सैनिकों के साथ एक उज़्बेक सेनापति, करतलब खान को 3 फरवरी 1661 को कोंकण में शिवाजी के किलों पर हमला करने के लिए भेजा गया था. 

5. अम्बरखिंद की लड़ाई

लेकिन शिवाजी ने उनपर 'उम्बर खिंद' के नाम से जाना जाने वाले एक दर्रे पर हर तरफ से हमला किया. चार घंटे में ही दुश्मन ने हार मान ली थी और अपने सामान और हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया था.

यह युद्ध 5 जनवरी, 1664 को भारत के गुजरात के सूरत शहर के पास छत्रपति शिवाजी महाराज और मुगल कप्तान इनायत खान के बीच लड़ा गया था.

6. सूरत की बर्खास्तगी

1665 में मुगल साम्राज्य और मराठा साम्राज्य के बीच लड़ा गया था.

7. पुरंदरी की लड़ाई

बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी, 1630 को पुणे में जीजाबाई और शाहजी भोंसले के घर में जन्में और 3 अप्रैल 1680 को गंभीर बुखार के चलते उनका निधन हो गया था.