16 Sep 2024
चिप्स का कुरकुरापन बनाए रखने के लिए इसके पैकेट में हवा भरी जाती है. काफी समय बाद भी अगर चिप्स का पैकेट खोला जाए तो वह क्रिस्पी ही रहते हैं.
आइए जानते हैं कि चिप्स को नमी से बचाने के लिए इसमें कौन-सी गैस भरी जाती है और उसका हेल्थ पर क्या असर पड़ता है.
चिप्स के पैकेट में जो हवा भरी जाती है, उसे "नाइट्रोजन" कहा जाता है, यह हवा नहीं, बल्कि एक गैस होती है जो चिप्स की ताजगी बनाए रखने में मदद करती है.
नाइट्रोजन चिप्स को ऑक्सीजन और नमी से बचाता है, जिससे वे ताजे और कुरकुरे रहते हैं और उनकी Shelf Life (अवधि) बढ़ जाती है.
स्वास्थ्य पर नाइट्रोजन का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, क्योंकि यह गैस स्वाभाविक रूप से वातावरण में भी होती है और चिप्स के पैकेट में बहुत कम मात्रा में पाई जाती है.
लेकिन अगर इसकी मात्रा बढ़ जाए तो इससे त्वचा या आंखों में जलन हो सकती है. इसलिए फूड आइटम्स में इसकी मात्रा काफी कम होती है.
खाद्य पदार्थों के पैकेटों में इसका उपयोग सुरक्षा और ताजगी के लिए किया जाता है.
नाइट्रोजन गैस का उपयोग फ्रीज ड्राइड फूड्स के पैकेजिंग में भी किया जाता है ताकि लम्बे समय तक उनका स्वाद बरकरार रहे.
कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स में नाइट्रोजन का उपयोग किया जाता है, जो गैस और टेक्सचर को बनाने में मदद करता है.
Pictures Credit: Meta AI