5 Oct 2024
IIT-JEE जैसा टफ एग्जाम क्रैक करने के बाद भी गरीब परिवार का होनहार बच्चा इंजीनियर बनने में असमर्थ था. अब योगी सरकार छात्र की IIT फीस के साथ पूरा खर्च उठाएगी.
दिहाड़ी मजदूर के बेटे के IIT धनबाद में सेलेक्शन होने के बाद फीस जमा नहीं हो पाने के मामले में अब योगी सरकार ने उसका जिम्मा उठाया है. यूपी सरकार 18 वर्षीय अतुल कुमार की मदद करेगी.
यूपी के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्र अतुल और उनके पिता राजेंद्र कुमार से फोन पर बात करके उन्हें पूरी मदद करने का आश्वासन दिया.
समाज कल्याण विभाग स्कॉलरशिप के जरिए आईआईटी की पूरी फीस देकर अतुल कुमार की मदद करेगा.
यूपी सरकार की तरफ से छात्रवृत्ति योजना के तहत स्कॉलरशिप दी जाएगी. मंत्री असीम अरुण ने परिवार से बात करने के बाद एडमिशन फीस जमा करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है.
मुजफ्फरनगर जनपद के टिटोडा गांव के रहने वाले दिहाड़ी मजदूर राजेंद्र कुमार के बेटे अतुल को IIT धनबाद में एडमिशन मिला था, लेकिन फीस जमा नहीं होने के कारण अटक गया था.
छात्र ने सुप्रीम कोर्ट से भी मदद मांगी है. कोर्ट ने एक अहम फैसले में IIT को निर्देश दिया कि वे उस दलित स्टूडेंट को दाखिला दें. जिसे समय सीमा पर फीस जमा न कर पाने की वजह दाखिला नहीं मिल सका था.
उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में सीट अलॉट की गई थी लेकिन 24 जून की समय सीमा तक फीस जमा न करा पाने की वजह से उसे अपनी सीट गंवानी पड़ी थी.
अतुल के वकील के मुताबिक उनके पिता 450 रुपये दिहाड़ी कमाते हैं. उन्होंने बताया, "17,500 रुपये का बंदोबस्त करना उनके लिए बहुत बड़ा काम था. पिता ने यह रकम गांव वालों से जुटाई."