15 Nov 2024
दिल्ली और लाहौर इन दिनों वायु प्रदूषण को लेकर चर्चा में है. दरअसल, अभी दोनों शहरों के आसमान गैस चेंबर बन चुके हैं.
Credit: PTI
सवाल है कि दिल्ली के आसमान में ऐसा क्या है कि वहां प्रदूषण का चैंबर बन जाता है और आसपास के शहर प्रदूषण की मार कम झेलते हैं.
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दिल्ली की दिक्कत ये है कि धुआं या प्रदूषण बढ़ाने वाले तत्व जब यहां आते हैं तो यहीं रह जाते हैं और आगे नहीं बढ़ते, इस वजह इसे चैंबर कहा जाता है.
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ऐसा होता क्यों है? इसका प्रमुख कारण है दिल्ली की भौगोलिक कंडीशन. दिल्ली में ठंड के वक्त हवा की रफ्तार काफी कम हो जाती है.
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ये स्पीड एक से तीन मीटर प्रति सेकंड तक हो जाती है. इससे यहां की धूल, धुआं वहां ही रहते हैं और दूसरे शहरों से आई धुआं भी यहां जमा हो जाती है.
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ये ही कारण है कि सर्दी में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है जबकि दूसरे शहरों में हवा थोड़ी तेज चलती है. ऐसे में इस दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता.
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इसकी एक और वजह ये है कि दिल्ली के निचले हिस्से में रेगिस्तान और मैदानी क्षेत्र है और ऊपर पहाड़ी क्षेत्र. ऐसे में यहां हवा अटक जाती है.
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हवा का दबाव यहां प्रदूषकों के अटकने का कारण बन जाता है. इस वजह से यहां हर साल ठंड में प्रदूषण 80 फीसदी तक बढ़ जाता है.
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