By: Aajtak Education
दिल्ली में हरियाणा के हथनिकुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद यमुना नदी उफान पर है. आसमान से बरसी आफत पहाड़ों से होते हुए मैदानी इलाकों में अपना कहर बरपा रही है.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल को क्रॉस करने के बाद दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. NDRF की टीमों की मदद से लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया.
एहतियातन दिल्ली के सभी स्कूल-कॉलेजों को रविवार तक बंद कर दिया गया है. दिल्ली डिजास्टर मैनजमेंट अथॉरिटी की मीटिंग में और भी कई अहम फैसले लिए गए.
इस बीच 14 जुलाई को मयूर विहार फेज-1 के पास बसे यमुना खादर से कुछ बच्चों की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लोग भावुक हो सकते हैं.
सड़क के किनारे चारपाई पर रखी किताबें उन हालातों को बयां कर रही हैं जिन्हें इन मासूम बच्चों ने झेला है.
बाढ़ की वजह से इन बच्चों की किताबें भीग गई हैं, जिन्हें ये बच्चे सुखाने की कोशिश कर रहे हैं.
ये तस्वीरें बाढ़ के दर्द के साथ-साथ उस उम्मीद को बयां करने के लिए काफी हैं कि थोड़े समय बाद सब ठीक हो जाएगा, जिंदगी वापस पटरी पर लौटेगी और दौड़ेगी.
बच्चों के स्कूल खुलेंगे और फिर से पढ़ाई शुरू होगी. तब यही किताबें काम आएंगी. (फोटो सोर्स: इंडिया टुडे- हार्दिक छाबड़ा)
बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी के बढ़े जलस्तर ने 1978 का रिकॉर्ड स्तर तौड़ दिया है.दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है.