07 March 2025
टॉपर्स हमेशा एक स्ट्रक्चर्ड टाइमटेबल बनाते हैं और हर विषय को उचित समय देते हैं. बिना योजना के पढ़ाई करने से समय की बर्बादी होती है और कंफ्यूजन बढ़ता है.
वे कांसेप्ट को समझने पर जोर देते हैं, जिससे लंबे समय तक याद रहता है. सिर्फ रटने से सवालों को समझने और उनका सही उत्तर देने में दिक्कत होती है.
टॉपर्स परीक्षा की तैयारी महीनों पहले से शुरू कर देते हैं. आखिरी समय पर पढ़ाई करने से तनाव बढ़ता है और गलतियां होने की संभावना रहती है.
बोर्ड एग्जाम में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स सभी विषयों को बराबर महत्व देते हैं, ताकि कोई भी विषय कमजोर न रहे. सिर्फ एक विषय पर ध्यान देने से बाकी विषय छूट सकते हैं.
टॉपर्स की खासियत है कि वे सेल्फ असेसमेंट के लिए रेगुलर मॉक टेस्ट देते हैं. साथ ही एग्जाम पैटर्न को समझने पिछले वर्षों के सैंपल पेपर सॉल्व करते हैं. इससे टाइम मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है.
टॉपर्स अपने डाउट्स को तुरंत क्लियर करते हैं, ताकि गलतफहमियां न रहें. डाउट्स को इग्नोर करने से गलतियां दोहराने की संभावना बढ़ जाती है.
पढ़ाई जरूरी हो तो ब्रेक और पर्याप्त नींद भी उतनी ही जरूरी है. ब्रेक लेकर पढ़ाई करने से दिमाग फ्रेश रहता है और मानसिक थकान नहीं होती.
All Photo Credit: Meta AI