इन दिनों राजस्थान पुलिस की कथित थानेदार मोना बुगालिया की खूब चर्चा हो रही है. सब इंस्पेक्टर परीक्षा में फेल होकर कितने शातिर अंदाज से मोना ने राजस्थान पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग तक ले रखी थी.
सोशल मीडिया में मोना के परिचित उसे बधाई देते थे. वर्दी की हनक इस कदर थी कि वो असली थानेदारों को भी धमका देती थी.
सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पुलिस विभाग के एडीजी जैसे अफसरों के साथ फोटो डालकर अपना दबदबा कायम कर लिया था.
सबकुछ ठीकठाक चल रहा था लेकिन एक दिन उसकी पोल खुली तो वो फर्जी थानेदार निकली. पता चला कि उसने तथ्य छुपाकर ये रुतबा हासिल किया था.
एक दिन सब इंस्पेक्टर के व्हॉट्सएप ग्रुप में किसी टॉपिक को लेकर चर्चा हुई तभी मोना ने दूसरे सब इंस्पेक्टर को ट्रेनिंग सेंटर से बाहर निकलवाने की धमकी दी.
सब इंस्पेक्टर ने उच्च स्तर पर शिकायत की तो मोना के बारे में जांच पड़ताल हुई लेकिन बैच में मोना का दूर-दूर तक नाम तक नहीं था. जबकि वो थानेदार की वर्दी पर वीआईपी ट्रीटमेंट लेती थी.
बताया जा रहा है कि पोल खुलने के बाद मोना बुगालिया फरार है, पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है.
आरपीए के संचित निरीक्षक रमेशसिंह मीणा ने भी बीते 29 सितंबर को युवती के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है, जिसके अनुसार मोना 11 सितंबर से 23 सितंबर तक सेंडविच कोर्स में फर्जी सब-इंस्पेक्टर बनकर ट्रेनिंग करने आई थी.