31 Mar 2025
Credit: Getty Images
देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन आज सोमवार (31 मार्च) को पटरी पर दौड़ेगी. यह ट्रेन दिल्ली डिवीजन के 89 किमी लंबे जींद-सोनीपत रूट पर चलेगी.
इसका डिजाइन लखनऊ के 'अनुसंधान, अभिकल्प एवं मानक संगठन-RDSO'(Research, Design and Standard Organisation) ने तैयार किया है.
इस ट्रेन में एक साथ 2638 यात्री कर सफर कर सकेंगे. इस ट्रेन में 8 पैसेंजर कोच होंगे यानी 2638 यात्री एक बार में हाइड्रोजन ट्रेन में यात्रा कर पाएंगे.
यात्री कोच के अलावा 2 कोच हाइड्रोजन सिलेंडर के लिए भी होंगे. चेन्नई के इंटेग्रल कोच फैक्ट्री (ICF Chennai) में इसके इंटीग्रेशन का काम चल रहा है.
इस ट्रेन की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. चेन्नई के इंटेग्रल कोच फैक्ट्री (ICF Chennai) में इसके इंटीग्रेशन का काम चल रहा है.
हाइड्रोजन फ्यूल पर जर्मनी, चीन जैसे देश काम कर चुके हैं, पर बड़े पैमाने पर कहीं भी ये प्रयोग सफल नहीं रहा है.
RDSO अधिकारियों की जानकारी के अनुसार, अभी सिर्फ़ जर्मनी में ही हाइड्रोजन ट्रेन दो बोगियों के साथ चल रही है.
बता दें कि जर्मनी की कोराडिया आईलिंट हाइड्रोजन ईंधन सेल द्वारा संचालित दुनिया की पहली यात्री ट्रेन है. ये ट्रेन कम शोर करती है और इससे निकास के रूप में केवल भाप और संघनित पानी निकलता है.
ये ट्रेन एक बार में 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 1000 किमी दौड़ सकती है.