23 Feb 2025
वैज्ञानिकों को जिस रहस्य का पता लगाने 10 साल लग गए, लेकिन गूगल के नए AI टूल ने इसे महज 48 घंटों में ढूंढ निकाला.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंपीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर जोसे आर पेनाडेस और उनकी टीम यह पता लगाने में जुटी थी कि कुछ सुपरबग (ऐसे बैक्टीरिया जो एंटीबायोटिक से भी नहीं मरते) आखिर कैसे बनते हैं.
उनकी रिसर्च के अनुसार, ये खतरनाक बैक्टीरिया अलग-अलग वायरस से tail बना लेते हैं, जिससे वे एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में आसानी से फैल सकते हैं.
प्रोफेसर पेनाडेस ने गूगल के AI टूल "co-scientist" को एक छोटा-सा सवाल दिया और वह 48 घंटे में उसी नतीजे पर पहुंच गया, जिस पर वैज्ञानिकों को 10 साल लगे थे.
प्रोफेसर पेनाडेस को पहले इस पर विश्वास नहीं हुआ. उन्हें लगा कि कहीं AI ने उनके कंप्यूटर से डेटा तो नहीं चुरा लिया! उन्होंने गूगल को ईमेल भेजकर पूछा, "क्या आपके पास मेरे लैपटॉप का एक्सेस है?"
गूगल ने जवाब दिया, "नहीं, हमें आपकी किसी भी निजी जानकारी तक पहुंच नहीं है."
गूगल के AI ने सिर्फ सही जवाब नहीं दिया, बल्कि 4 और नए आइडिया भी बता दिए, जिनमें से एक पर अब वैज्ञानिक काम कर रहे हैं.
कुछ लोग मानते हैं कि AI की वजह से नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं, लेकिन प्रोफेसर पेनाडेस कहते हैं, "AI एक बहुत शक्तिशाली टूल है, इससे विज्ञान में तेजी आएगी, नौकरियां खत्म नहीं होंगी."
प्रोफेसर ने कहा, "यह विज्ञान में क्रांति लाने वाला है. ऐसा लग रहा है जैसे हम फुटबॉल की चैंपियंस लीग का बड़ा मैच खेल रहे हों!"
Photo Credit: Meta AI