जमींदारी-छुआछूत को खत्‍म कर महिलाओं को अधिकार देने वाले नेता...

By Aajtak Education

07 March 2023

गोविंद बल्‍लभ पंत एक स्‍वाधीनता सेनानी और उत्‍तर प्रदेश राज्‍य के पहले मुख्‍यमंत्री थे. आज़ाद भारत को दिशा दिखाने वाले नेताओं में उनका नाम शुमार है.

उत्‍तराखंड के अल्‍मोड़ा में जन्‍मे पंत एक ब्राह्मण परिवार से थे. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्‍होंने काशीपुर ने वकील के तौर पर काम किया.

जल्‍द ही वह स्‍वाधीनता आंदोलन में कूद गए. 1920 में उन्‍होंने कांग्रेस की तरफ से काकोरी लूट केस लड़ा.

1946 में यूपी के पहले सीएम बनने के बाद उन्होंने जमींदारी व्‍यवस्‍था और छुआछूत को खत्‍म किया तथा किसानों के सुधार के लिए फैसले लिए.

उन्‍होंने राज्‍य में हिंदू कोड बिल पास कर महिलाओं को तलाक और पैतृक संपत्ति का अधिकार दिलाया. उनकी राजनीति समाज सुधार पर केंद्रित रही.

वह 1955 से 1961 तक केन्द्रीय गृह मंत्री रहे. उन्‍होंने कई राज्‍यों और केन्‍द्र सरकारों के लिए हिंदी को ऑफिशियल लैंग्‍वेज बनाया. 1957 में उन्‍हें भारत रत्‍न से भी नवाज़ा गया.

आज ही दिन 07 मार्च 1961 को, हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. आज देश के कई शिक्षण संस्‍थान और अस्‍तपाल उनके नाम पर स्‍थापित हैं.