सोशल मीडिया से लेकर आपकी रियल लाइफ तक आपको कई लोग सेल्फ लव की बातें करते मिल जाएंगे.
आपकी अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए सेल्फ लव बेहद जरूरी है, लेकिन अक्सर लोग सेल्फ लव के चक्कर में टॉक्सिक हरकतें करने लगते हैं.
आइए जानते हैं कौन सी हैं वो हरकतें जो सेल्फ लव नहीं बल्कि टॉक्सिक हैं.
सेल्फ लव का मतलब मतलबी हो जाना नहीं होता है. हालांकि, कई लोग सेल्फ लव के चक्कर में मतलबी हो जाते हैं.
ऐसे लोग सेल्फ लव के नाम पर सिर्फ खुद के बारे में सोचने लगते हैं. कई बार इसी चक्कर में वो आसपास के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं.
कई लोग सेल्फ लव के चक्कर में किसी के सामने कुछ भी बोल देते हैं.
उन्हें लगता है कि अपनी मन की बात बाहर निकाल देना सेल्फ लव है. हालांकि, कई बार इसी प्रक्रिया में वो कई ऐसी बातें कर और कह देते हैं जो दूसरों को परेशान कर सकती हैं.
आपको जरूर अपने मन की बात कहनी चाहिए. पर बात करने से पहले एक बार आपको जरूर सोचना चाहिए कि आप जो बात कर रहे हैं वो किसी की भावनाओं को आहत ना करें. वहीं, अपने मन की बात रखने का तरीका और सही समय का चुनाव भी आपको आना चाहिए.
खुद पर कॉन्फिडेंस होना अच्छी बात है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कई लोग दूसरों से ऊंची आवाज में बात करते हैं, सामने वाले से खराब व्यवहार करते हैं.
जब उन्हें इस चीज के लिए टोका जाता है तो अपनी आक्रामकता को कॉन्फिडेंस बताते हैं. बता दें, कॉन्फिडेंट होने का मतलब ये नहीं है कि आप दूसरों से बुरा व्यवहार करें.