उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाने वाले खाद्य, मेडिकल या कॉस्मैटिक उत्पाद पर रोक लगा दी गई है.
अधिकतर लोगों ने अभी तक हलाल या हराम मीट के बारे में ही सुना है. आइये जानते हैं, हलाल-हराम का सही मतलब.
हलाल असल में अरबी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब होता है- 'जायज' या 'मुनासिब' और हराम का मतलब निषिद्ध या वर्जित होता है.
इस्लाम में इन दोनों लफ्जों का इस्तेमाल सिर्फ खान-पान के लिए नहीं बल्कि जिंदगी जीने के तौर तरीके के लिए होता है.
हलाल से मतलब है जो इस्लामी परंपराओं और मान्यताओं के मुताबिक हो. वहीं, हराम से मतलब उन चीजों से है जिनपर इस्लाम में प्रतिबंध है.
जैसे इस्लाम में पोर्क (सुअर का मांस) और शराब पर पाबंदी है, तो अगर खाने के अलावा भी इन चीजों का इस्तेमाल होता है तो वो हराम कहलाएंगी. जैसे-बीयर शैंपू या कॉस्मैटिक आइट्मस में सुअर के फैट का इस्तेमाल.
भारत में हलाल का इस्तेमाल मांस काटने की एक तकनीक के लिए भी किया जाता है. इस्लाम में हलाल के जरिए ही चिकन या मटन काटा जाता है.
इस तकनीक में जानवर के गर्दन की नस काट दी जाती है, ताकि धीरे-धीरे उसका सारा खून बह जाए और उसकी मौत हो जाए. हलाल के अलावा मांस काटने की दूसरी तकनीक झटका है.
झटका में जानवर की गर्दन पर झटके से वार किया जाता है और तुरंत उसकी मौत हो जाती है. मुस्लिम झटका मांस नहीं खाते हैं.
इसके अलावा हलाल-हराम सिर्फ खान-पान तक ही सीमित नहीं है. इस्लाम में जुआ, ब्याज, चोरी, धोखाधड़ी, जबरन वसूली जैसे कई काम हराम माने गए हैं.