05 Dec 2024
हवाई जहाज में यात्रियों की सुविधा के लिए वॉशरूम भी होता है. फ्रेश होने के लिए यात्री इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि हवाई जहाज में वॉशरूम यूज करने के बाद यात्रियों का मल कहां जाता है? आइए आपको बताते हैं.
हवाई जहाज में शौचालयों से निकलने वाला मल एक पूरी तरह से डिज़ाइन की गई प्रक्रिया से गुजरता है.
हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए विमान में कई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनमें से एक प्रमुख तकनीक है हवाई जहाज़ में उपयोग होने वाला वैक्यूम टॉयलेट सिस्टम. .
यह प्रणाली न केवल यात्रा को आरामदायक बनाती है, बल्कि यात्रा के दौरान किसी भी गंध या प्रदूषण से बचने में भी मदद करती है. .
वैक्यूम टॉयलेट सिस्टम की खासियत यह है कि इसमें पानी और ठोस मल को अलग-अलग तरीके से निपटाया जाता है..
इस प्रोसेस में, शौचालय से हवा खींची जाती है और उसे सील कर दिया जाता है, जिससे कोई भी गैस या गंध बाहर नहीं निकल पाती.
वहीं, हवाई जहाज़ के टॉयलेट वेस्ट को सैनिटाइज़िंग लिक्विड के साथ मिलाकर 'नीली बर्फ' में बदल दिया जाता है, जो कि एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है.
इस 'नीली बर्फ' में बदलाव होते ही वेस्ट को ठंडा किया जाता है और यह किसी भी तरह के बैक्टीरिया या अन्य हानिकारक तत्वों से मुक्त हो जाता है.
विमान के लैंड होने के बाद, इसके पास एक खास ट्रक होता है जो सभी शौचालय वेस्ट को इकट्ठा करता ह. इस ट्रक के माध्यम से वेस्ट को सीवर सिस्टम में डाल दिया जाता है.
Pictures Credit: Getty Images