03 Jan 2025
IAS-IPS बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में अटेंप्ट्स की लिमिट और आयु सीमा व कैटेगरी वाइज अलग-अलग होती है. आइए जानते हैं-
जनरल कैटगरी के उम्मीदवार 6 बार यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दे सकते हैं. बशर्ते उनकी उम्र 21 से 32 वर्ष (आयु की गणना 1 अगस्त को की जाती है) तक ही हो.
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) वर्ग के 21 से 35 वर्ष तक के उम्मीदवार 9 बार यूपीएससी की यह परीक्षा दे सकते हैं. इन उम्मीदवारों को आयु में 3 साल की छूट भी मिलती है.
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (SC/ST) के उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी एग्जाम अटेंप्ट करने की कोई लिमिट नहीं है. 21 से 37 वर्ष की उम्र तक परीक्षा दे सकते हैं. इन उम्मीदवारों को आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट भी मिलती है.
दिव्यांग (PwD) में General/EWS/OBC कैटेगरी के उम्मीदवार 9 बार (आयु सीमा 21 से 45 वर्ष) परीक्षा दे सकते हैं, जबकि एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवार 47 वर्ष की उम्र तक परीक्षा दे सकते हैं.
आर्थिक रूप से कमजोर (EWS) जनरल वर्ग की तरह ही 6 बार यूपीएससी की परीक्षा दे सकते हैं और आयु सीमा 21 से 32 वर्ष होती है.
अगर कोई उम्मीदवार प्रीलिम्स एग्जाम में बैठता है, तो वह अटेंप्ट माना जाएगा, चाहे वह मुख्य परीक्षा तक पहुंचे या नहीं. इसके अलावा अयोग्यता/उम्मीदवारी रद्द के मामले में भी अटेंप्ट में गिना जाता है.
आयु सीमा और प्रयासों की छूट केवल भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आरक्षण प्रमाणपत्र के आधार पर दी जाती है.
सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारों के अटेंप्ट की जांच/सत्यापन सिविल सेवा परीक्षा के उचित चरण में आयोग के पास उपलब्ध डेटा/रिकॉर्ड से किया जाता है.
अगर कोई उम्मीदवार गलत, झूठ या जरूरी जानकारी छुपाता है या आपराधिक मामलों में शामिल पाया जाता है तो उसकी उम्मीदवार रद्द करके उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता है.