हर किसी व्यक्ति के सोचने, समझने का तरीका अलग होता है. कई लोग जीवन में बहुत प्रैक्टिकल होते हैं तो कई लोग बहुत ही ज्यादा इमोशनल.
ओवर इमोशनल लोग आपकी कही बातों और की गई हरकतों की छोटी-छोटी डिटेल्स को बारीकी से नोटिस करते हैं.
इसलिए जब भी आप किसी ओवर इमोशनल व्यक्ति से बातचीत करें तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
ज्यादा इमोशनल व्यक्ति को बार-बार ये बताने कि जगह कि वो कितने इमोशनल हैं, आपको उनसे पूछना चाहिए कि वो कैसा महसूस कर रहे हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपको इस बात का अंदाजा नहीं है कि सामने वाला कैसा महसूस कर रहा है, तो इस बात का दावा भी न करें.
जब आप ऐसा करते हैं तो सामने वाले व्यक्ति को लगता है कि आप बस उसकी फीलिंग्स के बारे में बातचीत करना बंद करना चाहते हैं.
अगर कोई ओवर इमोशनल व्यक्ति किसी छोटी सी बात पर रोने भी लगे तो भी आपको गुस्सा नहीं करना चाहिए.
आपको प्यार से उनकी बात को सुनना चाहिए. आपका चिड़चिड़ापन और गुस्सा ओवर इमोशनल व्यक्ति को असहज कर सकता है.
जब कोई ओवर इमोशनल व्यक्ति अपनी फीलिंग्स शेयर करता है तो लोग अक्सर उन्हें समझाने के लिए लॉजिक देने लगते हैं.
हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपको ऐसा करने से बचना चाहिए. जिस वक्त वो पहले से ही किसी बात को लेकर परेशान है तो आपका लॉजिक उन्हें और परेशान कर सकता है.