हमारी जिंदगी में कई तरह के लोग, कई तरह के काम और कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं. इन सबको हमें समय देना पड़ता है.
लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि हम किसी एक चीज को इतना वक्त देने लगते हैं कि दूसरी चीज प्रभावित होने लगती है.
जब हम वर्क लाइफ यानी प्रोफेशनल जिंदगी को ज्यादा तवज्जो देने लगते हैं तो हमारी पर्सनल लाइफ पर असर पड़ने लगता है.
अगर आपकी जिंदगी में भी ये वक्त आ गया है तो जरूरी है कि आप खुद से कुछ सवाल करें पूछें कि आपका अगला कदम क्या हो.
विचार करें
विचार करें कि क्या है जो मुझे तनाव देता है? इससे काम और परफॉर्मेंस किस हद तक प्रभावित हो रहा है? इससे व्यक्तिगत जीवन परअसर पड़ रहा है?
भावनाएं समझें
आप चाहे कुछ भी कर रहे हों लेकिन इसके लिए जरूरी है कि वो आपको खुशी दे. समझने की कोशिश करें कि जो आप कर रहे, वो आपको कितना खुशी दे रहा.
विकल्प पर करें विचार
आप जैसी भी जिंदगी जी रहे हों, चाहे आप काम को ज्यादा वक्त दे रहे हों या खुद को लेकिन इसके विकल्प पर विचार करना बेहद जरूरी है.
प्राथमिकताएं
हम भूल जाते हैं कि हमारी प्राथमिकताएं क्या थीं. हम किस लिए काम कर रहे हैं. अक्सर ऐसा होता है कि काम ही हमारी प्राथमिकता बन जाती है.