एक सिविल ऑफिसर यानी IAS, IPS, IFS अफसर बनने के लिए अनेक प्रकार की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है. आइए जानते हैं अफसर बनने की प्रक्रिया में किस तरह की ट्रेनिंग होती है.
एक आईएएस ऑफिसर की ट्रेनिंग की शुरुआत फाउंडेशन कोर्स के साथ मसूरी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में होती है.
फाउंडेशन कोर्स
यहां आईएएस के साथ-साथ आईपीएस,आईएफएस और आईआरएस अधिकारी भी ट्रेनिंग में भाग लेते हैं. फाउंडेशन कोर्स में अधिकारियों को बेसिक एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल सिखाए जाते हैं.
अधिकारियों को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए कुछ खास एक्टिविटी कराई जाती है जिसमें हिमालय ट्रैकिंग भी शामिल है. इंडिया डे के जरिए सभी अफसर 'विविधता में एकता' दर्शाने के लिए अपने-अपने राज्य की संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं.
अधिकारियों के लिए खास एक्टिविटी
फाउंडेशन ट्रेनिंग के IAS अधिकारियों को छोड़कर सभी अधिकारी LBSNAA से अपनी एकेडमी में चले जाते हैं. प्रोफेशनल ट्रेनिंग के दौरान अधिकारियों को 'भारत दर्शन' कराया जाता है.
प्रोफेशनल ट्रेनिंग
एजुकेशन, हेल्थ, एनर्जी, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्री, रूरल डिवेलपमेंट, पंचायती राज, अर्बन डेवलपमेंट, सोशल सेक्टर, वन, कानून-व्यवस्था समेत जरूरी विषयों पर क्लास लेने के लिए देश के जाने-माने एक्सपर्ट और सीनियर ब्यूरोक्रेट आते हैं.
ट्रेंनिंग के दौरान आईएएस अधिकारी को कैडर के हिसाब से स्थानीय भाषा सिखाई जाती है.
एकेडमिक और फील्ड ट्रेनिंग के बाद पब्लिक मैनेजमेंट की डिग्री दी जाती है. ऑन जॉब ट्रेनिंग के लिए अधिकारी अपने कैडर राज्य में जाते हैं और वहां फील्ड की बारिकियां सीखते हैं.