स्वतंत्रता दिवस, तिरंगा और आजादी का जश्न... 15 अगस्त के बारे में ये बातें जानना जरूरी

15 Aug 2024

भारत इस साल 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और पूरा भारत आजादी का जश्न मनाता है. 

आज हम आपको बताएंगे कि स्वतंत्रता दिवस, तिरंगे और आजादी के जश्न से जुड़ी जरूरी बातें. 

अंग्रेजों ने भारत पर 200 साल तक राज किया था, जिसके विरोध में देशभर में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ 1857 की क्रांति हुई थी. 

पहला आंदोलन

15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया था. 

पहला ध्वजारोहण

भारतीय ध्वज को पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था, जिसे 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज के रूप में मंजूरी दी थी.

तिरंगे का डिजाइन

तिरंगे में केसरिया रंग को साहस, सफेद रंग को शांति और सत्य व हरे रंग को भूमि की पवित्रता, उर्वरता और बढ़ोतरी का प्रतीक माना जाता है. तिरंगे के बीच में नीले रंग का अशोक चक्र भी होता है.

तिरंगे में रंगों का महत्व

भारत के राष्ट्रगान जन-गण-मन को पहली बार साल 1911 में गाया गया था. इसके रचयिता रवींद्रनाथ टैगोर हैं.

पहला राष्ट्रगान

राष्ट्रगान को सावधान की मुद्रा में खड़े होकर गाया जाता है. इसका उच्चारण सही होना चाहिए. इसके अलावा राष्ट्रगान की अवधि 52 सेकंड होना चाहिए.

राष्ट्रगान के नियम

अशोक स्तंभ को राष्ट्र का प्रतीक माना जाता है. इसकी घोषणा पहली बार 26 जनवरी 1950 को की गई थी. यह प्रतीक गुजरात के सारनाथ से लिया गया था. 

राष्ट्रीय प्रतीक

आजादी के पर्व पर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया जाता है. इस दिन महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे अनेक महान सेनानियों को याद किया जाता है. 

स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियां

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर साल लाल किले पर परेड का आयोजन किया जाता है.

लाल किले पर परेड

15 अगस्त को सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और निजी संस्थानों में छुट्टी होती है. हालांकि, हर संस्थान में ध्वजारोहण जरूर किया जाता है. 

राष्ट्रीय अवकाश