27 Jan 2025
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे कई उम्मीदवारों का सपना होता है कि वे भारतीय रेलवे में नौकरी करें.
अगर आपका भी यही सपना है तो आप इंडियन रेलवे में लोको पायलट बन सकते हैं. लोको पायलट का काम ट्रेन चलाना होता है.
लोको पायलट कैसे बनते हैं, इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए या सेलेक्शन कैसे होता है. आइए जानते हैं.
लोको पायलट बनने के लिए उम्मीदवार का कक्षा 10वीं एवं 12वीं पास होना जरूरी है.
इसके साथ ही अभ्यर्थी ने मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेक्नीशियन, वायरमैन, इलेक्ट्रॉनिक या ऑटोमोबाइल आदि ट्रेड में 2 वर्षीय आईटीआई सर्टिफिकेट भी हासिल किया हो.
लोको पायलट के लिए अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष एवं अधिकतम आयु 30 वर्ष है.
आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को ऊपरी आयु सीमा में छूट दी जाती है.
अगर आप ऊपर दी गयी योग्यता पूरी करते हैं तब आप इंडियन रेलवे की ओर से निकलने वाली लोको पायलट की भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे.
इसके बाद आपको दो चरणों में कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम (सीबीटी) देना होगा.
जो उम्मीदवार इसमें सफलता प्राप्त करेंगे उनको साक्षात्कार/मेडिकल टेस्ट/साइकोमेट्रिक टेस्ट के लिए बुलाया जायेगा.
इस प्रक्रिया में सफलता के बाद उम्मीदवारों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जायेगा.
इसके बाद सभी चरणों में सफल उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है.
लोको पायलट की ट्रेनिंग होने के बाद उम्मीदवारों की तैनाती पहले सहायक लोको पायलट के रूप में मालगाड़ी पर की जाती है.
लोको पायलट के पद पर नियुक्त होने के बाद उम्मीदवारों को शुरुआत में 30 से 35 हजार रुपये वेतन दिया जाता है. जो अनुभव एवं योग्यता के आधार आप बढ़ता रहता है.
पहले आपको असिस्टेंट लोको पायलट से सीनियर लोको पायलट के पद पर प्रमोशन मिलता है.
इसके बाद लोको पायलट और लोको सुपरवाइजर के पदों पर भी प्रोन्नति दी जाती है.
Credit: All Images are AI Generated