चीन और पाकिस्तान जैसे देशों से मुकाबला करने लिए भारत थियेटर कमांड पर काम कर रहा है.
पीएम मोदी ने इसका सपना देखा और जनरल विपिन रावत को यह जिम्मेदारी दी गई थी.
3 साल में इस पर काम पूरा किया जाना था, लेकिन जनरल विपिन रावत की हादसे में मौत हो गई.
अब थियेटर कमांड पर काम आगे बढ़ाने के लिए लोकसभा में बिल पेश किया गया है.
थिएटर कमांड के तहत भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं को एक छत के नीचे लाया जाएगा.
इसका सही इस्तेमाल युद्ध के दौरान तब होता है, जब तीनों सेना प्रमुखों के बीच तालमेल करना होता है.
बता दें कि कारगिल युद्ध के दौरान देश में पहली बार थियेटर कमांड की जरूरत महसूस की गई थी.
इस समय भारत में 15 लाख सैन्य बल हैं जबकि 17 कमांड हैं. युद्ध के समय ये अपने कमांड के अनुसार प्लान तैयार करते हैं.
जनरल विपिन रावत 4 थियेटर कमांड पर काम कर रहे थे. चीन भारत को पश्चिमी थियेटर कमांड के जरिए हैंडल करता है.