26 Jan 2024
भारत आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था और देश गणराज्य बना.
26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी.
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राजकीय समारोह में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने परेड की सलामी ली थी.
राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद तिरंगा फहराया था. इसके बाद दरबार हॉल में भी गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया था.
1950 की परेड पुराना किला के सामने इरविन एम्पीथिएटर में आयोजित की गई थी, जिसे अब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम के नाम से जाना जाता है.
पहले गणतंत्र दिवस पर आयोजित की गई परेड में नेवी, आर्मी, और एयरफोर्स के जवानों ने ऐसी धुन बजाई थी जिसे सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए थे.
शुरुआती 5 साल तक गणतंत्र दिवस की परेड की जगह तय नहीं थी. 1950 से 1954 तक कभी इरविन स्टेडियम तो कभी लालकिया तो कभी रामलीला मैदान में परेड होती रही.
1955 में पहले बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड की शुरुआत हुई थी. तब पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद चीफ गेस्ट थे.
देश के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों देश के मुख्य अतिथि हैं.
इसी वजह से कर्तव्य पथ पर फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल के मार्च पास्ट का गवाह बना, 30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्टन खुर्दा ने किया.
इसके बाद 90 सदस्यीय मार्चिंग दल कर्तव्य पथ पर उतरा, जिसका नेतृत्व कैप्टन नोएल किया.
इस बीच दो राफेल लड़ाकू विमानों की सलामी से आसमान गूंज उठा.