24 Jan 2025
कहते हैं कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती और हार न मानने वालों को एक दिन सफलता जरूर मिलती है.
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ये कहानी केरल के रहने वाले मोहम्मद यासीन की है, जिन्होंने केरल ज्यूडिशियल सर्विसेज़ एग्ज़ाम 2024 में दूसरी रैंक हासिल की है.
उनकी उपलब्धि किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं, ये कहानी उस शख्स की है जिसका बचपन मोहल्ले में अखबार बांटने में बीता.
यासीन ने Zomato डिलीवरी ब्वॉय के काम के साथ-साथ निर्माण स्थलों पर मजदूरी और पेंटिंग का भी काम किया. इसके साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखी.
मोहम्मद यासीन का जन्म केरल के पलक्कड़ जिले के पट्टांबी कस्बे में हुआ था. घर की आर्थिक हालत बेहद खराब थी. राज्य सरकार की आवास योजना के तहत उनके परिवार को एक छत मिल गई.
12वीं के बाद यासीन ने इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा किया. डिप्लोमा के बाद उन्होंने गुजरात में एक छोटी नौकरी की, लेकिन वहां से लौटने के बाद उन्होंने लोक प्रशासन (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) से ग्रेजुएशन किया.
यहां से यासीन के दिमाग में कानून के लिए रुचि जागी. उन्होंने लॉ कॉलेज में दाखिला लिया. Kerala के Law Entrance Exam में उन्होंने 46 वीं रैंक हासिल की थी. जिसके बाद एर्नाकुलम के एक माने हुए सरकारी लॉ कॉलेज में उन्हें दाखिला मिल गया.
कोविड-19 महामारी के दौरान जोमैटो का काम बंद होने प बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया. साल 2022 में यासीन ने अपना LLB पूरा किया. पढ़ाई के बाद उन्होंने बतौर वकील - पट्टांबी मुंसिफ़-मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक जूनियर वकील के रूप में काम करना शुरू कर दिया.
साल 2023 में यासीन ने केरल न्यायिक सेवा परीक्षा देने का फ़ैसला किया. पहली कोशिश में वो 58वीं रैंक पर रहे, मगर Mains Exam पास नहीं कर पाए थे. अपने अगले प्रयास में उन्होंने इस परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की.