31 Jan 2024
Credit: Aajtak.in
देश में हर साल संसद में बजट पेश किया जाता है. लेकिन इसमें कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे आम लोगों को समझने में कठिनाई होती है.
इस साल (2024) देश में लोकसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सितारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी.
आइए जानते हैं बजट भाषण में इस्तेमाल होने वाले शब्दों का सही मतलब.
जीडीपी को सकल घरेलू उत्पाद कहा जाता है. यह एक साल में देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी तैयार वस्तुओं और सर्विस का कुल बाजार मूल्य होता है.
सरकार अगर अपनी कमाई से ज्यादा खर्च कर देती है. यानी कमाई कम और ज्यादा खर्च के बीच जो अंतर आता है, उसे वित्तीय घाटा कहते हैं.
डायरेक्ट टैक्स आपके कमाई के ऊपर लगता है. इसमें नागरिक सीधे तौर पर सरकार को पैसे का भुगतान करता है.
अप्रत्यक्ष कर वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादकों पर लगाया जाता है और व्यक्तियों द्वारा इनडायरेक्ट भुगतान किया जाता है.
इससे भारत सरकार को यह तय करने में मदद मिलती है कि उसे आर्थिक गतिविधियों में कितना पैसा खर्च करना चाहिए और इससे कितना राजस्व अर्जित करना चाहिए.
इसमें सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर आदि जैसी संपत्तियों को खरीदने के लिए पैसे खर्च करती है. ताकि इकोनॉमी को सपोर्ट मिलता रहे.
राजस्व घाटा तब होता है जब सरकार टैक्स और अन्य स्रोतों से जितना पैसा कमाती है वह उनके द्वारा देश पर खर्च किए जाने वाली राशि से कम होती है.