रेलवे ट्रैक पर क्यों बिछाए जाते हैं नुकीले पत्थर? जानें
By Aajtak Education
11 February, 2023
अगर आपने कभी रेल से सफर किया है तो ट्रैक पर पड़े नुकीले पत्थरों को जरूर देखा होगा.
दरअसल, पटरी के नीचे तीन लेयर्स होती हैं. पहले कंक्रीट के बने स्लीपर, फिर पत्थर और इसके नीचे मिट्टी होती है.
रेल की पटरी के नीचे कंक्रीट की प्लेट्स को स्लीपर (Sleeper) कहते हैं. इन स्लीपर के नीचे नुकीले पत्थर यानी गिट्टी होती है, इसे ट्रैक बैलेस्ट कहते हैं.
इन स्लीपर्स का काम पटरियों पर पड़ने वाले ट्रेन के वजन को व्यवस्थित रखना है. इसके आस-पास नुकीले पत्थर बिछाए जाते हैं. इसके पीछे दो कारण हैं.
पहला- ट्रेन जब तेज गति से चलती है तो ऐसे में ये नुकीले पत्थर एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं. जिससे ट्रेन का बैलेंस बना रहता है.
दूसरा- जब ट्रेन ट्रैक से गुजरती है तो काफी तेज कंपन और शोर होता है. ट्रैक बैलेस्ट उस शोर को कम करते हुए बैलेंस बनाते हैं.
रेलवे ट्रैक के पत्थर इसलिए नुकीले होते हैं ताकि ट्रैक पर फिसलन न हो और एक-दूसरे में मजबूत पकड़ बनाए रखें.
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