Gen Z के लिए बड़ा खतरा है AI? नौकरी देने से बच रहीं कंपनियां

29 Jan 2025

1990 के दशक के अंत से 2010 के शुरुआत में पैदा हुए लोगों को जनरेशन जेड (Gen Z) कहा जाता है. यह पीढ़ी इंटरनेट के साथ बड़ी हुई है. इसके बावजूद Gen Z को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से खतरा है?

दरअसल, हाल में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, बड़ी-बड़ी कंपनियां हाल ही में ग्रेजुएट हुए Gen Z के बजाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले रोबोट को काम पर रखना पसंद कर रहे हैं.

न्यूजवीक में शेयर किए गए एक सर्वे में कहा गया है कि कंपनियों के 98% HR प्रतिभाशाली लोगों को खोजने के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं और 89% कंपनियां हाल ही में ग्रेजुएट हुए लोगों को काम पर रखने से बच रही हैं.

इस सर्वे में 37% मैनेजर्स ने माना है कि AI, जेन जेड नौकरियों के लिए सबसे नया खतरा है. AI को Gen Z से ज्यादा पसंद किया जा रहा है.

क्योंकि कंपनियों को जेन जेड के लोगों के काम करने के तरीके, कम्युनिकेशन स्किल्स और काम के प्रति उनका बेपरवाह व्यवहार पसंद नहीं आ रहा है.

ResumeBuilder द्वारा 2023 के सर्वे के अनुसार, 74% मैनेजर्स को अन्य पीढ़ियों की तुलना में जनरेशन Z कर्मचारियों के साथ काम करना कठिन लगता है.

एक सर्वे में यह भी पता चला कि जनरेशन Z के 54% कर्मचारियों को नौकरी के पहले 90 दिनों में ही नौकरी से निकाल दिया जाता है.

बिजनेस लीडर्स Gen Z की तुलना में AI पर ज्यादा भरोसा क्यों दिखा रहे हैं? हल्ट इंटरनेशनल सर्वे में, 60% लीडर्स का मानना है कि हाल ही में ग्रेजुएट हुए नौजवानों के पास वास्तविक दुनिया का अनुभव नहीं है.

ग्लोबल माइंडसेट नहीं है (57%). टीम वर्क के बारे में नहीं पता (55%), इनकी ट्रेनिंग बहुत महंगी पड़ती है (53%), इस पीढ़ी में बिजनेस कल्चर की तहजीब नहीं है (50%).

इसके अलावा काम पर फोकस की कमी, आलस और काम के प्रति गंभीरता में कमी शामिल है और ये सभी डिजिटल दुनिया में पले-बड़े होने के दुष्परिणाम की वजह से है.

All Photos Credit: Meta AI