भारत में हिंदी राष्ट्रभाषा है या राजभाषा? क्यों होता रहता है विवाद

02 Nov 2023

भारत एक विशाल और विविधताओं से भरा हुआ देश है इसलिए यहां कईं तरह की भाषाएं लिखी और बोली जाती है. ऐसे में एक भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा देना मुमकिन नहीं है. 

भारत की राष्ट्रभाषा कौन सी है?

हर देश की अपनी एक राष्ट्रभाषा होती है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है. कईं बार हमारे देश में हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग उठी है, पर हर बार ये सिर्फ वाद-विवाद का मुद्दा बनकर रह जाता है. 

कुछ समय पहले साउथ फिल्मों के एक्टर किच्चा सुदीप ने हिंदी को राष्ट्रभाषा ना होने की बात कही, तो बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन ने ट्विटर पर उनकी क्लास लगा दी थी. 

सोशल मीडिया पर अक्सर इस बात को लेकर जंग होती रहती है कि आखिरकार भारत की राष्ट्रभाषा है या नहीं. इसे लेकर हमारे देश का संविधान क्या कहता है और किस भाषा को राष्ट्रभाषा होने की आधिकारिक मान्यता है. 

भारतीय संविधान के अनुसार हमारे देश की एक बड़ी आबादी हिंदी भाषी है. लेकिन देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो ना हिंदी बोलते हैं और ना समझते है. हमारे देश में सभी को एक राष्ट्रभाषा बोलने की कोई बाध्यता नहीं है.  

अपनी विविधताओं के चलते भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है, लेकिन सरकारी दफ्तरों में कामकाज के लिए हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है. संविधान के भाग 17 में इससे जुड़े प्रावधान भी दिए गए हैं. 

हिंदी को राजभाषा का दर्जा 14 सितंबर 1949 को मिला था, जिसके बाद से हर साल 14 सितंबर का दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है.