जेसन आर्डे आज 37 साल के हैं. जब उनकी उम्र तीन साल थी, तब उन्हें पता चला कि वो ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर से पीड़ित हैं. इस डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति का दिमाग अलग तरह से काम करता है.
इसका नतीजा ये हुआ कि आर्डे 11 साल की उम्र तक बोल भी नहीं पाते थे. 18 की उम्र होने के बावजूद न तो वो पढ़ सकते थे और न ही लिखना आता था. आर्डे अब कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन गए हैं.
आर्डे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के अश्वेत प्रोफेसर होंगे. इससे पहले आर्डे डरहम और ग्लास्गो यूनिवर्सिटी में काम कर चुके हैं.
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी है, जिसकी स्थापना साल 1209 में हुई थी. इस समय ये दुनिया की दूसरी सबसे बेस्ट यूनिवर्सिटी है.
आठ साल पहले तक आर्डे ब्रिटेन के एक सुपरमार्केट में पार्ट टाइम जॉब भी किया करते थे. आज आर्डे के पास कई सारी डिग्रियां हैं. उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सरे से बैचलर डिग्री हासिल की.
लिवरपूल जॉन मूरे यूनिवर्सिटी से एमएड की पढ़ाई की और यहीं से डॉक्टरेट की डिग्री भी हासिल की. आर्डे कई किताब भी लिख चुके हैं. बाकी डिटेल्स जानने के लिए नीचे क्लिक कीजिए.