रेपकांड के बाद चर्चा में है कोलकाता का RG Kar मेडिकल कॉलेज, इस महान पुरुष ने रखी थी नींव

20 AUG 2024

पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात ट्रेनी डॉक्टर के साथ 8 अगस्त की रात कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी हत्या कर दी गई थी.

इस मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया था कि पीड़िता की हत्या गला घोंटकर हुई थी. उससे पहले उसके साथ बलात्कार हुआ था.

कॉलेज में हुई इस घटना से हर किसी की आंखें नम हैं. पूरे देश में इंसाफ के लिए प्रोटेस्ट हो रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस कॉलेज का इतिहास क्या है.

आरजी कर मेडिकल कॉलेज की स्थापना 1886 में हुई थी. यह भारत के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में से एक है. इसका नाम प्रसिद्ध भारतीय परोपकारी डॉ. राधा गोविंद कर के नाम पर रखा गया था.

मेडिकल कॉलेज की स्थापना डॉ. राधा गोविंद कर ने की थी. डॉ. आरजी कर संस्थान के पहले सचिव थे और 1918 में अपनी मृत्यु तक इस पद पर बने रहे.

पश्चिम बंगाल सरकार ने 12 मई, 1958 को इस भूतपूर्व निजी कॉलेज को अपने अधीन ले लिया था. ब्रिटिश शासन के दौरान 1852 में जन्मे, एक चिकित्सक पिता के बेटे, कर ने बंगाल मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा की शिक्षा प्राप्त की.

इंग्लैंड ने डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह बंगाल लौटे और फिर यह कॉलेज बनाया गया. माना जाता है कि इस कॉलेज को बनाने में पूरे बंगाल ने चंदा दिया था.

उस समय यह एशिया का सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज था और बाद में इसे प्रसिद्ध कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के रूप में जाना जाने लगा.