14 Feb 2024
इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग के लिए हर साल करीबन 2 लाख छात्र राजस्थान के कोटा में पढ़ाई करने पहुंचते हैं.
इनमें से कुछ के सपने पूरे होते हैं तो कई छात्रों को फेलियर का सामना करना पड़ता है और फेलियर को झेलने की हिम्मत हर छात्र के अंदर नहीं होती.
साल 2023 में 29 कोटा के छात्रों ने सुसाइड किया था और इस साल अभी तक 4 छात्र अपनी जान ले चुके हैं.
इसके पीछे का कारण कोचिंग, पढ़ाई, कुछ कर जाने और टॉप करने का तनाव है जिसके लिए कोटा प्रशासन और कोचिंग इंस्टीट्यूट कई कदम उठाते हैं.
साल 2016 में कोटा के एसपी चंद्रशील ठाकुर ने एक टीम तैयार की थी. इनका काम से छात्रों के बीच जाकर उनसे बातचीत करना.
एक स्टूटेंड सेल हेल्पलाइन भी तैयार की गई, जिसपर छात्र 24*7 कॉल करके अपनी परेशानियों का हल जान सकते हैं. इस टीम ने साथ मिलकर छात्रों की परेशानियों को सुलझाया है.
कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों की विभिन्न समस्याओं व शिकायतों के समाधान के लिए अभय कमांड सेंटर में गठित स्टूडेंट सेल को 6 महीने में 707 शिकायतों में से 697 का समाधान हो चुका है.
मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से पीड़ित छात्र/छात्राओं की पहचान करने के लिए "दरवाजे पर दस्तक" अभियान शुरू किया गया है.
टीम द्वारा कोचिंग कैम्पस के आसपास छात्रों को 24x7 हेल्पलाइन नम्बर 8764520409/10, 9530442778 के बारे में जानकारी देकर बैनर चिपकाए गए हैं.
सुसाइड रोकने और छात्रों के मानसिक तनाव को कम करने के लिए कोटा हीरोज की यह पहल कई हद तक काम आ रही है. छात्र खुलकर अपनी बात शेयर करने लगे हैं.