18 Dec 2024
मध्य प्रदेश में सरकारी भर्ती परीक्षा परिणाम में अजब-गजब मामले सामने आया है. यहां एक उम्मीदवारों को 100 में से 101 मार्क्स दिए गए हैं.
एमपी में वन रक्षक, क्षेत्र रक्षक (कार्यपालिक) और जेल प्रहरी (कार्यपालिक) भर्ती परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की वजह से एक उम्मीदवार को 100 में से 101.66 अंक मिल गए.
इस पर सवाल उठाते हुए बेरोजगार युवाओं ने इंदौर में जबरदस्त प्रदर्शन किया. उन्होंने भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग भी की.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ आंदोलनकारी बेरोजगार युवा जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने जमा हुए और मुख्यमंत्री मोहन यादव को संबोधित एक ज्ञापन एक अधिकारी को सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया कि वन और जेल विभागों की संयुक्त भर्ती परीक्षा 2023 में एक उम्मीदवार ने 100 में से 101.66 अंक हासिल किए और वह चयन सूची में टॉप स्थान पर रहा.
भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की आयोजित इस परीक्षा का परिणाम 13 दिसंबर को घोषित किया गया था.
परीक्षा परिणाम की घोषणा के साथ कर्मचारी चयन मंडल ने स्पष्ट किया कि इस भर्ती परीक्षा में नियमानुसार 'सामान्यीकरण' की प्रक्रिया अपनाई गई है जिसके फलस्वरूप उम्मीदवारों को पूर्णांक (100) से अधिक अंक और शून्य से कम अंक प्राप्त हो सकते हैं.
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाले गोपाल प्रजापत ने बताया, परीक्षा में एक उम्मीदवार का 100 अंकों के पेपर में से 101.66 अंक अर्जित करना न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि मध्यप्रदेश के परीक्षा इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है.
इसके अलावा, ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि पहले दो टॉपर्स एक ही जिले, सतना से आए हैं, जिससे संदेह होता है. उन्होंने भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की.
ग्वालियर और भोपाल केंद्र से भी कुछ परीक्षार्थियों के टॉप करने को लेकर आवाज उठाई गई हैं. उम्मीदवारों ने सीएम से संबंधित एग्जाम सेंटर की जांच और कानूनी कार्रवाई की मांग की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर इस मामले की जांच के जरिये दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो राज्य के बेरोजगार युवाओं को बड़े आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा.
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