27 Dec 2024
92 साल की उम्र में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया.
1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकरण की राह पर ले जाने वाले डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता.
डॉक्टर मनमोहन सिंह को उनके जीवन में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं. आइए देखते हैं.
डॉ. मनमोहन सिंह को 1987 में भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्म विभूषण' मिला हुआ है.
साल 1993 में Euromoney और Asiamoney ने उन्हें 'वर्ष के सर्वश्रेष्ठ वित्त मंत्री' का खिताब दिया था.
1995 में, उन्हें भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन द्वारा जवाहरलाल नेहरू जयंती शताब्दी पुरस्कार मिला था.
2002 में उन्हें भारतीय संसदीय समूह द्वारा "आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन अवार्ड" दिया गया था.
1955 में उन्होंने सेंट जॉन कॉलेज, कैम्ब्रिज से "राइट प्राइज फॉर डिस्टिंग्विश्ड परफॉर्मेंस" और 1956 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से "एडम स्मिथ प्राइज" का खिताब अपने नाम किया था.
2010 में सऊदी अरब का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ किंग अब्दुलअजीज' का खिताब दिया था.
2014 में मनमोहन सिंह को जापान का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द पॉलाउनिया फ्लॉवर्स' (ग्रैंड कॉर्डन)' अवॉर्ड से सम्मानित किया था.
इसके बाद 2010 में उन्हें फिर से "100 मोस्ट इनफ्लुएंशियल पीपल इन द वर्ल्ड" में शामिल किया गया और साथ ही फोर्ब्स ने उन्हें "18th मोस्ट पावरफुल पर्सन" के रूप में रैंक किया.
2011 में फोर्ब्स ने उन्हें "19th मोस्ट पावरफुल पर्सन" और 2012 में "20th मोस्ट पावरफुल पर्सन" की लिस्ट में शामिल किया गया.
2013 में, उन्होंने फिर से फोर्ब्स की सूची में "28th मोस्ट पावरफुल पर्सन" के रूप में अपनी जगह बनाई.
डॉ. सिंह ने कई उच्च-स्तरीय पदों पर काम किया है, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्रालय के सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, प्रधानमंत्री के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद शामिल हैं.