म्यांमार की जमीन में है ये खास बात, जिस वजह से आया ये भयानक भूकंप?

28 March 2025

म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भूकंप झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 रही.

इसके बाद पूर्वोत्तर भारत के राज्य मेघालय  में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. यह भूकंप मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में आया है, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 थी.

भूकंप का केंद्र म्यांमार का Sagaing रहा. भूकंप के झटकों की वजह से म्यांमार के मांडलेय में इरावडी नदी पर कथित तौर पर लोकप्रिय एवा ब्रिज (Ava Bridge) ढह गया.

भूकंप विज्ञानी महेश पलावत ने आजतक को बताया कि यह जो भूकंप आया है काफी स्ट्रॉन्ग है. जब भी 7 से ऊपर रिक्टर स्केल का भूकंप आता है वह काफी मेजर भूकंप होता है.

म्यांमार, नॉर्थ ईस्ट इंडिया और थाईलैंड के इलाके seismic zone 5 में आते है. Seismic Zone 5 वह है जहां भूकंप की संभावना सबसे ज्यादा होती है.

विज्ञानी ने म्यांमार में सबसे ज्यादा भूकंप की संभावना को लेकर बताया कि यहां इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट का जोड़ है. इसलिए यहां भूकंप आने की संभवना रहती है, लेकिन यह बहुत कम होता है.

5 से 6 रिक्टर स्केल पर भूकंप आ जाते हैं, लेकिन 7.7 बहुत बड़ा भूकंप है. इसमें बड़ी से बड़ी-बड़ी बिल्डिंग भी गिर जाती हैं. इसके अलावा इसका एपीसेंटर जमीन के नीचे 10km था, इसलिए और ज्यादा नुकसान हुआ.

बता दें कि इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट का जोड़ एक Convergent Plate Boundary है, जिसे हम आम भाषा में प्लेट टकराव क्षेत्र कहते हैं.

यह जोड़ हिमालय पर्वत श्रृंखला के नीचे मौजूद है. यही वह जगह है जहां इंडियन प्लेट, यूरेशियन प्लेट के नीचे धंस रही है.

इसे भूगर्भ वैज्ञानिक "Himalayan Frontal Thrust (HFT)" या "Main Himalayan Thrust (MHT)" भी कहते हैं.