ITEP के बाद, टीचर बनने के नियमों में हो सकता है ये बड़ा बदलाव

18 Feb 2024

नेशनल एजुकेशन पॉलीसी (NEP) 2020 के तहत आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. इनमें टीचर बनने के नियम भी शामिल हैं.

हाल ही में पांच वर्षीय B.A.+ B.Ed. के बजाय चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) की शुरुआत की गई है.

इस साल मार्च महीने में यह प्रोग्राम देश भर में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से 57 टीचर एजुकेशन इंस्टीट्यूशनों में शुरू किया गया है.

अब, टीचर बनने के नियम में एक और बड़ा बदलाव किया जा सकता है. NEP के तहत अब 12वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए TET यानी टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करना अनिवार्य करने का प्रस्ताव रखा गया है.

नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने शिक्षक भर्ती के लिए माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से 12) पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य रूप से शामिल करने का प्रस्ताव रखा है.

यह सिफारिश एनसीटीई द्वारा टीईटी पर आयोजित एक नेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई.

अभी तक TET केवल केंद्र या राज्य सरकार के स्कूलों में 8वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए अनिवार्य है.

अगर यह प्रस्ताव अमल में लाया जाता है तो 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्कूलों में पढ़ाने के लिए भी टीईटी पास करना अनिवार्य हो जाएगा.

सरकारी स्कूल में टीचर बनने के लिए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) या अपने राज्य की शिक्षक पात्रका परीक्षा (State TET) पास करनी होगी. हालांकि अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है, सिर्फ प्रस्ताव रखा गया है.