मरणोपरांत नहीं दिया जाता है नोबेल प्राइज, जानें इस पुरस्कार की अहम बातें

03 Oct 2023

नोबेल पुरस्कार रसायन विज्ञान, भौतिकी, चिकित्सा विज्ञान, साहित्य. अर्थशास्त्र और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए दिया जाता है.

किस क्षेत्र में दिया जाता है नोबेल पुरस्कार

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नोबेल पुरस्कार पहली बार 10 दिसंबर, 1901 को स्टॉकहोम और क्रिश्चिनिया (अब ओस्लो के नाम से जाना जाता है) में दिए गए थे.  

1901 में शुरू हुए थे नोबेल पुरस्कार

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साल 1901 में जब नोबेल प्राइज की शुरुआत हुई थी, तब से 2022 तक मेडिसिन की फील्ड में 225 लोगों को इससे सम्मानित किया जा चुका है. 

मेडिसन की फील्ड में अब तक कितने लोग हुए सम्मानित?

मेडिसिन की फील्ड में नोबेल जीतने वालों में एक भारतवंशी हरगोबिंद सिंह खुराना भी हैं, जिन्हें साल 1968 में चिकित्सा में ये प्राइज मिला था.

मेडिसन की फील्ड में इस भारतीय को मिला पुरस्कार

नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिक और इन्वेंटर अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल की वसीयत के आधार पर दिए जाते हैं.  

किस लिए दिए जाते हैं नोबेल पुरस्कार

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अल्फ्रेड ने डायनामाइट बनाया था. डायनामाइट का कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में इतना ज्यादा इस्तेमाल होने लगा कि अल्फ्रेड ने 90 जगहों पर इसकी फैक्ट्री खोलीं.  

अल्फ्रेड ने डायनामाइट बनाया था

लेकिन इसका गलत इस्तेमाल होता देख उन्होंने मानवता को लाभ पहुंचाने वाले लोगों को अपनी प्रापर्टी में से पुरस्कार देने की इच्छा जताई. 

इसलिए दिया जाता है नोबेल पुरस्कार

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355 पेटेंट अल्फ्रेड नोबेल के नाम हैं. अब तक 975 शख्सियत और संस्थानों को 609 नोबेल पुरस्कार मिल चुके हैं. 

355 पेटेंट अल्फ्रेड नोबेल के नाम हैं

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नोबेल फाउंडेशन के कानूनों(1974 से) के मुताबिक, यह पुरस्कार मरणोपरांत नहीं दिया जा सकता.

मरणोपरांत नहीं दिया जा सकता

लेकिन अगर किसी व्यक्ति की अक्टूबर में पुरस्कार की घोषणा के समय और दिसंबर में औपचारिक पुरस्कार समारोह के बीच मृत्यु हो जाती है तो उसे सम्मानित किया जा सकता है.

बात दें कि इस कानून के पहले, केवल दो लोगों ने मरणोपरांत नोबेल जीता था. 

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