04 Oct 2024
भारत में टीचर बनने के लिए बी एड होना जरूरी है, लेकिन अगर आपको प्राइमरी टीचर बनना है तो बीएड करने का झंझट नहीं करना पड़ेगा.
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानी (NCTE) की ओर से इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) शुरू किया जाएगा. यह चार वर्षीय पाठ्यक्रम होगा जिसमें स्टूडेंट्स 12वीं कक्षा के बाद प्रवेश ले सकेंगे.
इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम को कम्प्लीट करने के बाद अभ्यर्थी प्राइमरी टीचर बन सकेंगे. ऐसे में जो भी उम्मीदवार प्राइमरी शिक्षक बनना चाहते हैं वे इस चार वर्षीय प्रोग्राम को पूरा कर सकते हैं.
दरअसल, BEd कोर्स आगे भी जारी रहेगा, मगर यह केवल एकेडमिक होगा. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन और PHd कर सकेंगे.
ITEP कोर्स में एडमिशन के लिए हर साल एंट्रेस एग्जाम का आयोजन करवाया जाएगा. इसके बाद उम्मीदवारों को रैंक के अनुसार कॉलेज अलॉट किए जाएंगे.
एंट्रेस एग्जाम के आधार पर स्टूडेंट्स BSc BEd, BA BEd या BCom BEd कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के तहत बाल वाटिका से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए शिक्षकों की न्यूनतम योग्यता तय की गई है.